Top 6 Temple in Jaipur : जयपुर के 6 प्रसिद्ध मंदिर

villageboyamar49
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(1) मोती डूंगरी गणेश मंदिर

  • मोती डूंगरी गणेश जी का मंदिर जयपुर में स्थित है मोती डूंगरी मंदिर जयपुर का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है यह मंदिर जयपुर के केंद्र में स्थित लोकप्रिय बिड़ला मंदिर के प्रवेश द्वार के करीब स्थित है यह मंदिर जयपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन से 6 किलोमीटर की दूरी पर खूबसूरत पहाड़ी महल की तलहटी में स्थित है जिसे मोती डूंगरी पैलेस कहा जाता है
  • मोती डूंगरी का मंदिर जयपुर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है इस मंदिर का निर्माण 1761 में सेठ जयराम पालीवाल ने करवाया था
  • पौराणिक कथाओं के अनुसार मेवाड़ के राजा एक बार अपनी लंबी यात्रा से वापसी महल लौट रहे थे तभी बैलगाड़ी पर एक विशाल गणेश मूर्ति लेकर जा रहे थे ऐसा कहा जाता है कि राजा एक मंदिर बनवाना चाहते थे उन्होंने जहां भी बैलगाड़ी पहली बार रुकेगी वहां भगवान गणेश जी की मूर्ति के प्रतिष्ठित करने का फैसला किया था बैलगाड़ी मोती डूंगरी पहाड़ियों की तलहटी में रुकी जहां वर्तमान में मंदिर बना हुआ है
  • इस मंदिर में भगवान गणेश जी की मूर्ति बैठी हुई मुद्रा में और सूंड बाई और है जो बहुत शुभ मानी जाती है मूर्ति सिंदूर से ढखी हुई है यह मंदिर पत्थर से बनाएं गणेश जी की मूर्ति के सामने भगवान गणेश के वाहन मुशिका की एक विशाल मूर्ति भी रखी गई है

(2) बिरला मंदिर

  • जयपुर के बेहतरीन मंदिरों में से बिरला मंदिर भी एक फेमस एवं प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है इस मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है यह मंदिर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का निवास स्थान है इसी कारण इस मंदिर को लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है
  • यह मंदिर जिस भूमि में बना है वह भूमि महाराज ने बिड़ला को केवल एक रुपए की टोकन राशि पर दी थी मंदिर में तीन गुंबद है जो धर्म के तीन दृष्टिकोण को दर्शाते हैं मंदिर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा जिसमें एक टुकड़े पर लक्ष्मी नारायण जी की आश्चर्यजनक मूर्ति दूसरी मूर्ति कलाकार का आश्चर्य भगवान गणेश जी की
  • और मंदिर के आंतरिक भागों में हिंदू देवताओं के पुराने चित्रों को भी दिखाया गया है मंदिर कब बाहरी बाग जितना सुंदर है अंदर का मंदिर की सीढ़ियां भी संगमरमर से बनी है
  • मंदिर में एक संग्रहालय है जिसमें बिरधा परिवार की सभी पत्रक संपत्तियां हैं
  • यह मंदिर जयपुर में मोती डूंगरी किले के नीचे स्थित है यह क्षेत्र चारों ओर से हरा भरा और शांति प्रदान करता है

(3) गोविन्द देवजी

  • यह मंदिर भी जयपुर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है गोविंद देव जी का मंदिर जयपुर के सिटी पैलेस के भीतर स्थित है स्थानीय लोगों का मानना कि यहां की देवता की मूर्ति बिल्कुल पृथ्वी पर अवतार के दौरान कृष्ण के रूप में दिखती है
  • इस मंदिर का निर्माण 1590 में सवाई मोहन सिंह द्वारा सम्राट अकबर के शासनकाल के दौरान निर्मित और अपने समय के दौरान दुनिया के सबसे बड़े मंदिरों में से एक माना जाता है
  • यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है इसलिए इस मंदिर में अगस्त में जन्माष्टमी के उपलक्ष पर उत्साह पूर्ण और रोमांचक उत्सव मनाया जाता है यह मंदिर खूबसूरत बगीचों से गिरा हुआ है इस मंदिर के अंदर आप कुछ खूबसूरत यूरोपियन झुमर भारतीय कला की पेंटिंग देख सकते हैं
  • खुलने का समय सप्ताह के सभी दिन सुबह 4:30 बजे से रात 11:30 बजे शाम 6:00 बजे से रात 9:30 बजे

(4) गलता जी ( monkey temple )

  • यह मंदिर भी जयपुर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है गोविंद देव जी का मंदिर जयपुर के सिटी पैलेस के भीतर स्थित है स्थानीय लोगों का मानना कि यहां की देवता की मूर्ति बिल्कुल पृथ्वी पर अवतार के दौरान कृष्ण के रूप में दिखती है
  • इस मंदिर का निर्माण 1590 में सवाई मोहन सिंह द्वारा सम्राट अकबर के शासनकाल के दौरान निर्मित और अपने समय के दौरान दुनिया के सबसे बड़े मंदिरों में से एक माना जाता है
  • यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है इसलिए इस मंदिर में अगस्त में जन्माष्टमी के उपलक्ष पर उत्साह पूर्ण और रोमांचक उत्सव मनाया जाता है यह मंदिर खूबसूरत बगीचों से गिरा हुआ है इस मंदिर के अंदर आप कुछ खूबसूरत यूरोपियन झुमर भारतीय कला की पेंटिंग देख सकते हैं
  • खुलने का समय सप्ताह के सभी दिन सुबह 4:30 बजे से रात 11:30 बजे शाम 6:00 बजे से रात 9:30 बजे

(5) जगत शिरोमणि मंदिर

  • जगत शिरोमणि मंदिर राजस्थान के प्रसिद्ध प्राचीन मंदिरों में से एक है यह प्रसिद्ध एवं भव्य मंदिर भगवान कृष्ण और मीराबाई को समर्पित है यदि थोड़े से शब्दों में कहा जाए तो मेवाड़ नरेश की पत्नी मीराबाई को बचपन से ही भगवान कृष्ण में समर्पित किया था और उन्हें अपनी पत्नी सहयोगी बनाया था इसलिए इस मंदिर को मीराबाई मंदिर भी कहा जाता है
  • राजा मानसिंह प्रथम की पत्नी रानी कनकवाती ने 1599 स- 1608 ई के बीच अपने पुत्र जगन सिंह की याद में इस मंदिर का निर्माण करवाया था
  • इस मंदिर के अंदर भगवान कृष्ण की मूर्ति है इस मूर्ति की स्थापना 600 साल पहले मेवाड़ राज्य में मीराबाई ने की थी इस मूर्ति को मुगल युद्ध के दौरान अमेरिकी शासको द्वारा नष्ट कर दिया गया था फिर बाद में सुरक्षित रूप से एक मंदिर में स्थापित किया गया था
  • इस मंदिर की ऊपरी मंजिल और छत की दीवार पर भगवान विष्णु के वाहक की सुंदर चित्रकारी की गई है इस मंदिर का अनोखा प्रवेश द्वार संगमरमर के टुकड़ों से बना है
  • जगत शिरोमणि मंदिर के दर्शन के लिए प्रतिदिन सुबह 6:00 से शाम 8:00 बजे तक खुला रहता है
  • अगर आप इस मंदिर में जाने का प्लान बना रहे हैं तो इसमें सबसे अच्छा घूमने का समय अक्टूबर को फरवरी के महीने के बीच है

(6) ग्रह गणेश मंदिर

  • 18वीं साड़ी में बना यह मंदिर जयपुर के फेमस मंदिरों में से एक मंदिर गणेश जी का मंदिर है यह नाहरगढ़ किले और जयगढ़ किले के पास की पहाड़ियों पर स्थित है
  • महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था उन्होंने जयपुर की स्थापना से पहले अश्वमेध यज्ञ किया था उन्होंने इस मंदिर को बनवाया बाद में भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापित की
  • स्मृति को इस तरह स्थापित किया गया की सिटी पैलेस के चंद्र महल से दूरबीन की मदद से मूर्ति को देख सके
  • हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष गणेश चतुर्थी पर पांच आदिवासी मेले का आयोजन किया जाता है और अंतिम बुधवार को पोश बड़े का आयोजन किया जाता है
  • मंदिर की सारी व्यवस्था औदिच्य परिवार द्वारा किया जाता है वर्तमान में मंदिर के 13 पुजारी श्री प्रदीप औदिच्य मुख्य पुजारी है

और दोस्तों आप 2024 में जयपुर घूमने का विचार कर रहे हो तो मेने इस पर ब्लॉग पोस्ट लिख दी है की जयपुर घूमने में कितना खर्चा आएगा

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