Jal Mahal Jaipur | जल महल की A to Z कहानी

villageboyamar49
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  • जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से जल महल एक अद्भुत आकर्षण का केंद्र बना हुआ है शाम के टाइम तो जल महल का दृश्य दिल को छू लेता है पहली बार में देखने पर तो आपको ऐसा लगेगा कि यह महल जल में तैर रहा है
  • जल महल पहले के महाराजाओं का शूटिंग स्थान था इस महल के निर्माण में गुलाबी पत्थरों का प्रयोग हुआ है
  • चलिए आपको जल महल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण ऐसे फैक्ट्स बताऊंगा जिनको देखकर आपका मन जाने से नहीं रह पाएगा
  • जल महल को आप वीडियो ग्राफी में देखना है तो आप मेरे चैनल पर देख सकते हो मैंने शॉर्ट वीडियो {Amar Vlogs} डाला है हालांकि मैं ज्यादा कुछ कैप्चर नहीं कर पाया पर जितना भी है बहुत अच्छा है

(1) जल महल का इतिहास :-

  • वैसे इतिहास के पन्नों की बात करें तो जल महल को महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने 1799 बनाया था महाराजा अपनी बतख शूटिंग साहसिक कार्यों के लिए शिकार लॉज के लिए प्रयोग करना था
  • इस झील के निर्माण का श्रेय भी महाराजा सवाई प्रताप सिंह को ही दिया जाता है क्योंकि जब पहाड़ियों के बिच बांध का निर्माण किया गया था जिसके कारण झील का निर्माण हुआ
  • इतिहास के पन्नों में किसी और का भी कहना है कि इसे महाराज माधो सिंह ने 1750 मे शिकार लॉज के रूप में बनवाया था उनके बेटे माधो सिंह ने 18वीं सदी के दौरान जल महल के अंदरूनी हिस्से को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी
  • जल महल की इस झील को 18 वीं सदी मे आमेर के महाराज जय सिंह द्वितीय द्वारा एक नया रूप प्रदान किया गया कुछ वर्षों बाद सीवेज और बाहर के पानी से इसका बाहरी हिस्सा खराब हो गया वर्तमान में इसकी स्थिति वापस लाने के लिए बढ़िया कदम उठाए गए

(2) जल महल की वास्तुकला :-

  • जल महल की वास्तुकला की बात करें तो इसका निर्माण ठीक मानसागर झील के मध्य में किया गया वैसे देखा जाए तो यह पांच मंजिला है लेकिन आज के समय में एक ही मंजिल दिखाई देती है अन्य चार मंजिल झील में डूबी हुई है
  • झीलों की गहराई 15 फीट और इसके निचले हिस्से की गहराई 4.9 फिट है
  • जल महल लाल बलुआ पत्थर का राजपूत और स्थापत्य कला शैली का मिश्रण एवं प्रतीक माना जाता है जल महल के चार कोने अष्ट कोणीय गुंबदो या छतरिया से सुशोभित है एवं बंगाल शैली में एक बड़ा आयताकार गुंबद इसके केंद्र में छत की शोभा को उजागर करता है
  • जो लोग नाहरगढ़ के किले का दौरा करते हैं वे वहां से जल महल को देख सकते हैं और दूर से इसकी सुंदरता में मंत्र मुक्त हो जाते हैं

(3) जल महल जाकर क्या करें :-

(1) फोटो एंड वीडियोग्राफी :-

  • जल महल के पास में सड़क के किनारे से आप जल महल की पृष्ठभूमि एवं वाहन की पहाड़ियों प्रकृति को अपने केमरे में कैप्चर कर सकते हैं
  • रात के समय में जल महल चमकता है और इसकी जगमगाती छवि इसके चारों ओर पानी में दिखाई देती है जो देखने में काफी अद्भुत लगता है
  • मानसून के समय में जब आकाश काले और नीले बादलों से घिरा होता है तो जल महल के पीछे की हरी भरी पहाड़ियां एक सुरम्य दृश्य प्रस्तुत करती है यही कारण है कि जल महल सबसे अधिक फोटो खींचे जाने वाली जगह है

(2) आनंद की अनुभूति ले :-

  • झील के किनारे बैठकर वहां की दीवार के पास में बैठकर या खड़े होकर कुछ पल का आनंद ले हालांकि वहां पर बहुत सारे पर्यटक घूमने के लिए आते हैं यदि आपको वहां पर कोई अच्छी जगह मिल जाती है तो वहां पर आप कुछ समय व्यतीत करें

(3) स्ट्रीट शॉपिंग :-

  • वहां चारदीवारी के पास में फुटपाथ के ऊपर आपको कई सारे फेरी वाले एवं राजस्थानी परिधान की दुकान देखने को मिलेगी
  • फुटपाथ के ऊपर इतनी सारी दुकाने हैं कि आपका मन मोह लेगी

(4) ऊंट की सवारी :-

  • वहां पर आपको बहुत सारी फटॉग्रफर्स देखने को मिलेंगे जहां आप ऊंट के ऊपर सवारी करके अपनी फोटो को कैप्चर कर सकते हो और वहां पर जलपान भी कर सकते हो

(5) जल महल के पास की मूर्तियां :-

  • जल में से कुछ ही दूरी पर आपको एक सुंदर नजारा देखने को मिलेगा यह एक दृश्य या झांकी है जिसमें जुलूस को दर्शाया गया है जिसमें हाथी पर सवार राजा की मूर्ति है यह कांस्य प्रतिमा महाराजाओं के दीनों की महिमा को दर्शाता है

(6) जल महल तक कैसे पहुंचे :-

  • यह महल जयपुर के मुख्य शहर से 4 किलोमीटर उत्तर में मुख्य जयपुर आमेर रोड पर स्थित है महल के पास में वायु सेना का स्टेशन भी है
  • जल महल तक पहुंचाने के लिए आपको बहुत सारी बस ई-रिक्शा एवं सरकारी बस देखने को मिलती है

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