- गणगौर पूजा जी से गोरी पूजा भी कहते हैं राजस्थान में गणगौर व्रत 2024 देवी गोरी और भगवान शिव का उत्सव है विवाहित महिलाएं अपने पति के कल्याण और कुंवारी कन्या अपने होने वाले पति के लिए व्रत रखती है
- गौरी पूजा राजस्थान में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है
(1) गणगौर पूजा 2024 :-
- गणगौर पूजा राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध हिंदू त्योहारों में से एक है जो की मुख्य रूप से राजस्थान में मनाया जाता है हिंदू कैलेंडर के अनुसार गौरी पूजा होली के त्यौहार के बाद क्षेत्र महीने के पहले दिन शुरू होती है और 18 दिन तक चलती है
- ग्रेगोरियन कैलेंडर मैं यह अवसर आम तौर पर मार्च और अप्रैल के महीने के बीच आता है
- अविवाहित महिलाए मनचाही इच्छा पूरी करने के लिए देवी गोरी से आशीर्वाद लेने के लिए खठोर व्रत रखती है और 2024 को गणगौर पूजा यानी की 11 अप्रैल 2024 को मनाई जा रही है
(2) गणगौर पूजा 2024 : तिथि और समय :-
- तृतीया तिथि आरंभ 10 अप्रैल को शाम 5:32 बजे
- तृतीया तिथि समाप्त 11 अप्रैल दोपहर 3:03 बजे
- गणगौर पूजा 2024 कहानी हिंदू पुरानी कथाओं के अनुसार एक बार देवी पार्वती और भगवान शिव नारद मुनि के साथ वन में गए थे जब वन में रहने वाले लोगों ने भगवान शिव और देवी पार्वती को एक साथ देखा तो बहुत खुश हुए
- उसे दिन देवी पार्वती ने उन महिलाओं को लंबे और सुखी व्यवहारिक जीवन के लिए आशीर्वाद दिया
- महिलाओं ने उन्हें खाना खिलाया और संतुष्ट करने का प्रयास किया जब गांव की महिलाएं अपना बनाया हुआ भोजन लेकर वहां पहुंची तब भगवान शिव ने यह देखा तो वे मुस्कुराए और उनसे पूछा कि अब वह क्या करेगी
- मुस्कुराते हुए देवी पार्वती ने उत्तर दिया में इन महिलाओं को अपने खून से आशीर्वाद दूंगी उसके बाद उसने अपनी उंगली की नोक से उन महिलाओं पर खून छिड़क कर उन्हें वैवाहिक आनंद का आशीर्वाद दिया
(3) गणगौर पूजा करने वाली महिलाएं क्या करें
- महिला जल्दी उठती है और पूजा अनुष्ठान शुरू करने से पहले पवित्र स्नान करती है
- देसी घी के दीए जलाए फुल सिंदूर और मिठाइयां चढाऐ
- भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति रखें और उनकी पूजा करें
- लड़कियां और महिला मूर्तियों को सजाती है वैवाहिक महिला देवी गोरी की मूर्ति को अपने सिर पर रखती है और जुलूस में लोकगीत गाती है
- भगवान शंकर अपनी दुल्हन देवी पार्वती के साथ स्वर्ग जाते हैं